27 मार्च 2012
नई दिल्ली | जनप्रतिनिधियों के खिलाफ समाज सेवी अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों की टिप्पणी पर लोकसभा में मंगलवार को पेश निंदा प्रस्ताव का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव द्वारा पेश निंदा प्रस्ताव का समर्थन करते हुए मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में ऐसा हो चुका है। इसलिए तत्काल प्रस्ताव लाकर उनके खिलाफ कार्रवाई हो ताकि कोई इस संस्था पर हमला न करे।