28 मार्च 2012
नई दिल्ली | दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से लौटने के 30 घंटे बाद ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक बार फिर उच्च स्तरीय कूटनीति कार्यक्रम में व्यस्त होने जा रहे हैं। यहां गुरुवार से शुरू होने जा रहे ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री रूस, चीन तथा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
मनमोहन सिंह गुरुवार सुबह ताज पैलेस होटल में ब्रिक्स देशों के प्रमुखों के साथ सामूहिक फोटो भी खिचवाएंगे, जिसमें रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव, चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ, ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रॉसेफ तथा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा भी शामिल होंगे।
इसके बाद करीब डेढ़ घंटे के दौरान प्रधानमंत्री विभिन्न देशों के नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और फिर सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। समझा जाता है कि इस दौरान वह संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा विश्व बैंक जैसी वैश्विक गवर्नेस की संस्थाओं में सुधार पर जोर देंगे।
ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ दोपहर के भोजन के बाद प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति मेदवेदेव से और फिर चीन के राष्ट्रपति जिंताओ तथा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जुमा से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
जिंताओ तथा मेदवेदेव से प्रधानमंत्री की मुलाकात को उन्हें विदाई देने के तौर पर भी देखा जा रहा है। रूस में मई तक नए राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन बनने वाले हैं, जबकि चीन में झी जिनपिंग इस साल के अंत में जिंताओ का स्थान लेने जा रहे हैं।
मनमोहन सिंह शुक्रवार को ब्राजील की राष्ट्रपति से बाचतीत करेंगे, जो सम्मेलन के बाद यहां दो दिवसीय राजकीय दौरे पर रुकने वाली हैं। उनकी यात्रा शनिवार को समाप्त होगी।
प्रधानमंत्री मंगलवार को ही सियोल के चार दिवसीय दौरे से लौटे हैं। वहां बहुपक्षीय सम्मेलन में भाग लेने के अतिरिक्त प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने करीब आधा दर्जन द्विपक्षीय वार्ताएं भी की। 77 वर्षीय मनमोहन को अब इस सप्ताहांत के बाद ही फुर्सत मिलने की उम्मीद है।