29 मार्च 2012
नई दिल्ली | पांच उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ने बुधवार को 2015 तक आपसी व्यापार में दोगुने की वृद्धि कर इसे 500 अरब तक ले जाने का लक्ष्य तय किया। ब्रिक्स देशों के व्यापार मंत्रियों की यहां बुधवार को हुई बैठक में बाधाओं को हटाने तथा आपसी व्यापार को बढ़ाने के लिए सहमति बनी। एक दिन बाद यहां ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन होने वाला है।
ब्रिक्स देशों का आपसी व्यापार वर्ष 2011 में 230 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
मंत्रियों में विनिर्माण, सेवा और कृषि क्षेत्रों में मूल्यवर्धित उत्पादों पर ध्यान देकर आपसी व्यापार की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सहमति बनी।
मंत्रियों ने कृषि, ऊर्जा, ढांचागत संरचना, खनन, अयस्कों के परिष्कार, स्वास्थ्य सेवा, औषधि और सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में अवसरों के दोहन की भी जरूरत समझी।
ब्रिक्स व्यापार मंच की समाप्ति पर जारी संयुक्त बयान में कहा गया, "हम जी20 में अपनी सरकार की कोशिशों को पूरा समर्थन देते हैं, जो महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक तथा वित्तीय मामलों के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। हम जी20 नेताओं द्वारा तैयार कार्यसूचियों को आगे बढ़ाने के लिए मिलजुलकर काम करेंगे।"
ब्रिक्स व्यापार मंच का गठन 2011 में किया गया था।
ब्रिक्स देशों की जनसंख्या दुनिया की कुल जनसंख्या का 43 फीसदी है, जिनका कुल सकल घरेलू उत्पाद 18000 अरब डॉलर का है।