29 मार्च 2012
नई दिल्ली | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दूसरे संस्करण की विजेता डेक्कन चार्जर्स टीम में इस बार युवा खिलाड़ियों की भरमार है। इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण में आठ टीमों के बीच तालिका में चार्जर्स टीम सबसे निचले स्थान पर रही थी।
इसके बाद चार्जर्स ने जबर्दस्त वापसी की और वर्ष 2009 में चैम्पियन बन गई। पिछले वर्ष चार्जर्स का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और वह 10 टीमों के बीच सातवें स्थान पर रही थी।
आक्रामक बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में खिताब जीतने वाली डेक्कन टीम में इस बार गिलक्रिस्ट तो नहीं हैं फिर भी कुमार संगकारा के नेतृत्व में टीम उस प्रदर्शन को दोहराने का प्रयत्न अवश्य करना चाहेगी।
पिछले वर्ष चार्जर्स ने लीग स्तर पर कुल 14 मैच खेले थे जिनमें से उसे छह में जीत जबकि आठ मैचों में हार नसीब हुई थी। 12 अंकों के साथ चार्जर्स तालिका में सातवें स्थान पर थी। वर्ष 2010 में चार्जर्स ने लीग स्तर पर कुल 14 मैच खेले थे जिनमें से उसे आठ में जीत मिली थी जबकि छह मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
16 अंक लेकर चार्जर्स तालिका में दूसरे स्थान पर थी। सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली चार्जर्स को तीसरे स्थान के लिए खेले गए प्ले ऑफ मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से नौ विकेट से मुंह की खानी पड़ी थी।
डेक्कन क्रॉनिकल लिमिटेड मीडिया ग्रुप की मालिकाना हक रखने वाली चार्जर्स टीम को इस बार उसके तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के रूप में करारा झटका लगा है जो चोट के कारण पांचवें संस्करण में नहीं खेलेंगे।
इशांत टखने की चोट से जूझ रहे हैं जो जल्द ही सर्जरी के लिए विदेश जाएंगे। इसके अलावा इस बार स्पिनर प्रज्ञान ओझा की सेवाएं चार्जर्स को नहीं मिलेगी। ओझा इस बार मुम्बई इंडियंस की ओर से खेलेंगे।
चार्जर्स टीम में संगकारा, डेरेन ब्रावो, डेनियल क्रिस्टियन, ज्यां पॉल ड्यूमिनी, शिखर धवन, पार्थिव पटेल और कैमरन व्हाइट जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
तन्मय श्रीवास्तव, सनी सोहल, बिपलब सामंत्रे, रवि तेजा, अक्षत रेड्डी, इशांक जग्गी, केदार देवधर और भरत चिपली आदि के रूप में चार्जर्स के पास ऐसे युवा बल्लेबाज हैं जिन्होंने घरेलू स्तर पर ढेरों रन बनाए हैं और वह अपनी प्रतिभा का जादू आईपीएल में भी बिखेरने को बेताब हैं। अभिषेक झुनझुनवाला भी लम्बे-लम्बे शॉट्स खेलने के लिए जाने जाते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के रुस्टी थेरॉन, डेल स्टेन और मनप्रीत गोनी जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं जो अपनी गेंदबाजी के दम पर कभी भी मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने की कुव्वत रखते हैं।
आनंद रंजन, टेकामी अत्चुता राव, वीर प्रताप सिंह और टीपी.सुधींद्र ने अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से घरेलू स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया है। अमित मिश्रा के रूप में चार्जर्स के पास एक विश्व स्तरीय लेग स्पिन गेंदबाज है।
संगकारा ने चार्जर्स की ओर से 13 मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 122.18 की स्ट्राइक रेट से 358 रन बनाए हैं। संगकारा का उच्चतम स्कोर 65 रहा है।
शिखर (2011-11) ने चार्जर्स की ओर से 14 मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 129.03 की स्ट्राइक रेट से 400 रन बनाए हैं। शिखर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 95 रन है। चिपली चार्जर्स की ओर से खेलते हुए 14 मैचों में 207 रन बनाए हैं जबकि ड्यूमिनी ने 10 मैचों में 205 रन बनाए हैं।
स्टेन ने पिछले वर्ष चार्जर्स की ओर से खेलते हुए 12 मैचों में 14 विकेट झटके थे जबकि इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 16 रन पर तीन विकेट था। हरफनमौला क्रिस्टियन ने 14 मैचों में 11 विकेट चटकाए हैं। जबकि स्पिनर अमित मिश्रा ने 14 मैचों में 19 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
टीम के कोच डेरेन लेहमन भी कह चुके हैं कि पहले के मुकाबले उनकी टीम में इस बार युवा खिलाड़ियों की भरमार है जिन्हें अपनी प्रतिभा को दिखाने के भरपूर मौके मिलेंगे।