पाठक और तिवारी के बेटों को आदर्श सोसाइटी में फ्लैट आवंटित किए गए हैं।
पाठक 2010 में मुम्बई के नगरपालिका आयुक्त थे, जब नगरपालिका समिति की मंजूरी के बगैर ही आदर्श सोसाइटी के भवन की ऊंचाई 100 मीटर से अधिक बढ़ाने की अनुमति दी गई।
ज्ञात हो कि आदर्श सोसाइटी ने दक्षिणी मुम्बई के कोलाबा इलाके के मुख्य भूखंड पर 31 मंजिली एक इमारत का निर्माण कराया है। कारगिल के शहीदों की विधवाओं तथा युद्धवीरों के लिए बनाई गई इस इमारत का निर्माण और इसमें फ्लैटों का आवंटन विवाद का विषय बना हुआ है। यह घोटाला उजागर होने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को इस्तीफा देना पड़ा था।
सीबीआई ने पिछले महीने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ए.आर. कुमार, मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) टी.के. कौल, आईएएस अधिकारी प्रदीप व्यास, पूर्व कांग्रेस विधायक कन्हैयालाल गिडवाणी, सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी आर.सी. ठाकुर, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) एम.एम. वांचू और पूर्व उप सचिव (शहरी विकास) पी.वी. देशमुख शामिल हैं।
सातों की सीबीआई हिरासत मंगलवार को खत्म होने के बाद इन्हें 17 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने आरोपियों की गिरफ्तारी तब की जब न्यायमूर्ति पी.बी. मजमूदार और आर.डी. धनुका की बम्बई उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने इस मामले में गिरफ्तारी में विलम्ब होने पर जांच एजेंसी से सवाल किया।