सईद ने जियो टीवी के 'कैपिटल टॉक' कार्यक्रम में कहा, "मैं खुलेआम अपना जीवन जी रहा हूं और अमेरिका जब चाहे मुझसे सम्पर्क कर सकता है।"
ज्ञात हो कि अमेरिका ने सोमवार को 'रिवार्ड्स फॉर जस्टिस' कार्यक्रम के तहत सईद के बारे में सूचना देने के लिए एक करोड़ डॉलर इनाम और हाफिज अब्दुल रहमान मक्की के बारे में सूचना देने के लिए 20 लाख डॉलर इनाम की घोषणा की।
सईद ने कहा, "अमेरिका सरकार भारत के इशारे पर काम कर रही है और अपने खुद के निर्णय नहीं ले रही है।"
सईद ने इसके पहले अलजजीरा टीवी चैनल से कहा था कि अमेरिका ने यह कदम इसिलए उठाया है, क्योंकि वह अफगानिस्तान के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के आपूर्ति मार्ग खोले जाने के खिलाफ रैलियां आयोजित कर रहा है।
पिछले 26 नवम्बर को पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में मोहमंद एजेंसी में स्थित पाकिस्तानी सेना की दो चौकियों पर नाटो द्वारा किए गए हवाई हमले में 20 से पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इसे लेकर पाकिस्तान में आक्रोश बढ़ गया था।
इस घटना के तत्काल बाद पाकिस्तान ने अपने देश से होकर जाने वाली नाटो की आपूर्ति रोक दी थी और अफगानिस्तान में भावी कार्ययोजना पर केंद्रित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया था। उसने अमेरिका से शम्सी हवाई ठिकाना भी खाली करने के लिए कह दिया था, जिसका इस्तेमाल वह ड्रोन हमलों के लिए करता था।