5 अप्रैल 2012
वाशिंगटन | अमेरिका ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद की गिरफ्तारी एवं उसे दोषी साबित करने के लिए सूचना देने पर एक करोड़ डॉलर इनाम दिया जाएगा न कि उसका सिर्फ ठिकाना बताने पर। अमेरिका का यह स्पष्टीकरण सईद द्वारा उसके इनाम की घोषणा की खिल्ली उड़ाने के बाद आया है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने बुधवार को बताया, "यह स्पष्ट किया जाता है कि एक करोड़ डॉलर की राशि सिर्फ उसका ठिकाना बताने के लिए नहीं रखी गई है। उसकी गिरफ्तारी एवं दोषी सिद्ध कराने वाली सूचना उपलब्ध कराने के लिए यह राशि रखी गई है।" 2008 में हुए मुम्बई हमलों के आरोपी सईद ने रावलपिडी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अमेरिका पर व्यंग्यात्मक टिप्पणियां की थीं।
उन्होंने कहा, "सूचना ऐसी हो कि न्यायालय में सुनवाई के दौरान उपयोगी सिद्ध हो। मैं समझता हूं कि हमें इस व्यक्ति के ठिकाने के विषय में जानकारी नहीं चाहिए। हम सभी जानते हैं कि वह कहां है?"
प्रवक्ता ने इन खबरों का खंडन किया कि इनाम की घोषणा का पाकिस्तान की संसदीय समिति द्वारा पाकिस्तान और अमेरिका के सम्बंधों के विषय में समीक्षा से कोई सम्बंध है। पिछले वर्ष पाकिस्तान में अमेरिकी सैनिकों द्वारा अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने एवं नवम्बर में नाटो हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के समिति दोनों देशों के मध्य सम्बंधों पर विचार कर रही है।
टोनर ने कहा, "यह प्रक्रिया है और यह पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सम्बंधों के वर्तमान स्थिति से स्वतंत्र और अलग है।"
टोनर ने इस बात इंकार किया कि यह कदम पाकिस्तान पर दबाव डालने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, "दोनों देशों के मध्य सम्बंधों में आई कठिनाई के बाद भी पाकिस्तान आतंकवाद रोधी अभियानों में हमारा निकट सहयोगी है।"
प्रवक्ता ने कहा, "यह कदम किसी सरकार पर दबाव डालने के लिए नहीं उठाया गया है।"