6 अप्रैल 2012
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार की समीक्षा के लिए गुरुवार को बुलाई गई बैठक में पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने उम्मीदवारों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही उन्हें वर्ष 2014 के आम चुनावों के लिए तैयारी में जुटने का आह्वान किया। राहुल ने राज्य के सांगठनिक ढांचे में भी बदलाव के संकेत दिए।
बैठक में राहुल 150 से अधिक उम्मीदवारों से मिले और पार्टी के खराब प्रदर्शन पर उनकी राय ली। चुनाव हारने वाले इन सभी उम्मीदवारों ने 20 हजार से अधिक मत हासिल किए।
राहुल ने भविष्य की चुनौतियों के लिए पार्टी को तैयार करने के वास्ते उम्मीदवारों से लोगों के मुद्दों को जमीनी स्तर तक ले जाने को कहा।
राहुल पार्टी के सांसदों एवं विधायकों के साथ विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा शुक्रवार को भी करेंगे। हार की समीक्षा के लिए दो दिनों की बैठक में राहुल ने पहली बार औपचारिक रूप से चुनाव के नतीजों पर चर्चा की। विधानसभा की 403 सीटों में से कांग्रेस ने मात्र 28 पर जीत दर्ज की है।
बैठक में उम्मीदवारों ने गांधी को बताया कि पार्टी का सांगठनिक ढांचा कमजोर है और कई स्थानों पर बूथ एवं ब्लॉक समितियां नहीं के बराबर हैं।
हार का सामना करने वाले कुछ उम्मीदवारों ने केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद एवं बेनी प्रसाद बर्मा का नाम लिए बगैर कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हुआ।
उम्मीदवारों ने कहा कि उत्तर प्रदेश से आने वाले केंद्रीय मंत्रियों ने कार्यकर्ताओं की मांगों के प्रति अधिक संवेदनशीलता नहीं दिखाई। उम्मीदवारों ने टिकट बंटवारे पर भी अंगुली उठाई।
बनारस से कांग्रेस के उम्मीदवार डी.एस. मिश्रा ने बैठक में शामिल होने से पहले आईएएनएस को बताया कि पार्टी का सांगठनिक ढांचा उनके क्षेत्र में लगभग नहीं के बराबर है।