6 अप्रैल 2012
लखनऊ | इलाहाबाद में राजकीय बाल संरक्षण गृह के चपरासी द्वारा बच्चियों से कथित दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद हड़कम्प मच गया है। जिला प्रशासन ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश देते हुए बाल संरक्षण गृह की अधीक्षिका उर्मिला गुप्ता को निलम्बित कर दिया है। चपरासी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब तक दो नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस को अंदेशा है कि बाल संरक्षण गृह की अन्य लड़कियां भी इसका शिकार हो सकती हैं।
शहर के शिवकुटी इलाके के राजकीय बाल संरक्षण गृह के चपरासी विद्या भूषण (44 वर्ष) को गुरुवार रात वार्डन की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। इस संस्थान में 10 साल उम्र तक की लड़कियों को रखा जाता है और विद्या यहां पिछले पांच साल से कार्यरत था।
इलाहाबाद के पुलिस अधीक्षक (शहर) शैलेश कुमार यादव ने बताया कि अब तक दो बच्चियों के साथ बलात्कार किए जाने पुष्टि हो चुकी है और एक के साथ दुराचार के प्रयास की बात सामने आई है।
उन्होंने कहा, "सभी बच्चियों से पूछताछ की जा रही है। हम इस बात से इंकार नहीं कर रहे हैं कि और बच्चियों को चपरासी ने अपना शिकार नहीं बनाया होगा। मामले की गहन जांच जारी है।"
उधर पुलिस उपाधीक्षक प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि बाल संरक्षण गृह से गोद ली गई एक बच्ची ने अपने माता-पिता को अपने साथ हुए दुराचार के बारे में बताया, तो मामले का खुलासा हुआ। उस बच्ची के माता पिता ने वार्डन के साथ मिलकर पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद रात को कार्रवाई की गई।
चौहान ने कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या आरोपी चपरासी के साथ कोई अन्य भी इस घिनौने कृत्य में संलिप्त था।