7 अप्रैल 2012
लखनऊ | उत्तर प्रदेश प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सूबे के नगर विकास मंत्री आजम खान ने शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी की आलोचना करते हुए देश के मुसलमानों के बीच उनकी हैसियत पर सवाल उठाया। आजम ने रामपुर में शनिवार को पत्रकारों से कहा, "देश के मुसलमानों में इमाम बुखारी की क्या हैसियत है? वह अपने दामाद को तो जिता नहीं पाए। उनकी जमानत तक जब्त हो गई। हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में बुखारी के दामाद सपा की टिकट से चुनाव लड़े थे
आजम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अपने दामाद की जमानत जब्त होने के बाद ही उन्हें अपनी हैसियत का अंदाजा लगा लेना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि इमाम बुखारी को जामा मस्जिद इलाके की सेवा करनी चाहिए और इसके लिए उन्हें दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा पार्षद जिताने की कोशिश करनी चाहिए।
गौरतलब है कि सपा ने इमाम बुखारी के दामाद उमर अली खान को विधान परिषद का टिकट दिया था लेकिन बुखारी ने टिकट को यह कहकर वापस कर दिया कि मुसलमानों को सत्ता में भागीदारी देने पर सपा का रवैया भी अन्य दलों की तरह ही है। बुखारी के इस कदम के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और इमाम बुखारी के बीच तल्खी बढ़ गयी है।