10 अप्रैल 2012
हैदराबाद | दंगा प्रभावति पुराने हैदराबाद क्षेत्र में मंगलवार को तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा। यहां स्थिति नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है। मदनापेट और सईदाबाद पुलिस स्टेशनों के अंतर्गत आने वाले कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में लोग आवश्यक वस्तुओं की कमी से जुझ रहे हैं। दैनिक मजदूरी करने वाले सबसे ज्यादा प्रभावति हुए हैं।
पुलिस ने सोमवार रात घोषणा की थी कि मंगलवार को दोपहर 12:00 बजे से दो बजे तक कर्फ्यू में छूट दी जाएगी, लेकिन बाद में यह घोषणा वापस ले ली गई।
गौरतलब है कि मदनापेट में एक पूजास्थल को अपवित्र करने के बाद क्षेत्र में साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद रविवार को अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया था।
नारायणगुडा और कचिगुडा में तीन अन्य पूजास्थलों को अपवित्र करने के बाद पुलिस हाईअलर्ट पर हैं। हिंसा की छिटपुट घटनाओं को लेकर पुराने हैदराबाद क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण हैं।
ऐतिहासिक चारमीनार और मक्का मस्जिद के आसपास घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लोग खासे डरे हुए हैं। हिंसा के कारण पुराने शहर के बाजारों में व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
राज्य परिवहन निगम की काफी सारी बसें सड़कों से नदारद हैं, सिर्फ कुछ ऑटोरिक्शा ही चल रहे हैं।
पुलिस आयुक्त ए. के. खान ने घोषणा कर दी है कि शहर में चार या उससे अधिक लोगों के एक साथ घुमने पर पाबंदी के निर्देश 14 अप्रैल तक जारी रहेंगे। रात के वक्त मोटरसाइकिल पर एक से ज्यादा लोगों के सवारी करने पर भी प्रतिबंध है।
पुराने हैदराबाद के भीतरी क्षेत्रों के निवासियों की शिकायत है कि पुलिस के काफी सारी सड़कों पर कांटेदार तार बिछा देने की वजह से उन्हें परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।