चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, विस्फोटों में पांच लोग घायल हुए हैं, जबकि दो आतंकवादी मारे गए हैं। उधर समाचार चैनल सीएनएन के मुताबिक, हमले में आठ लोग घायल हुए हैं और दो आतंकवादी गारदेज व पकतिया प्रांत में मारे गए। एक आतंकवादी काबुल में मारा गया।
इस बीच, भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह काबुल स्थित भारतीय दूतावास के लगातार सम्पर्क में है और वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया, "हम काबुल में अपने दूतावास के लगातार सम्पर्क में हैं। बताया गया है कि सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं।"
हमलावरों ने रॉकेट एवं ग्रेनेड के जरिये महत्वपूर्ण इमारतों को निशाना बनाया गया। आत्मघाती हमलावरों ने जलालाबाद के पूर्वी शहर में अमेरिकी हवाई अड्डे को निशाना बनाया। राजधानी काबुल में 10 से अधिक विस्फोट हुए। काबुल में संसद भवन को भी निशाना बनाया गया। संसद के प्रवक्ता ने कहा कि यहां रॉकेट से हमले किए गए। पिछले छह माह में अफगानिस्तान में यह पहला बड़ा हमला है।
अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जर्मनी के दूतावास भी हमलावरों के निशाने पर रहे। रूसी दूतावास पर रॉकेट से हमले किए गए। जर्मनी के दूतावास से भी धुआं उठता देखा गया। पास में ही स्थित अमेरिकी दूतावास पर भी हमले किए गए। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता गेविन संडवाल ने कहा कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। ब्रिटिश दूतावास के अधिकारी जिन आवासों में रहते हैं, उन्हें भी निशाना बनाया गया।
हमलावरों ने काबुल स्टार होटल को भी निशाना बनाया। यहां एक आतंकवादी मारा गया। शहर के बाहरी इलाके में नाटो के बेस कैम्प वेयरहाउस पर भी हमले किए गए।
पकतिया प्रांत की राजधानी गारदेज में भी हमले किए गए। आतंकवादियों ने यहां एक इमारत को अपने कब्जे में ले लिया। वजीर अकबर खान जिले में लोग बचाव के लिए भागते दिखे। सायरन की आवाजें भी सुनी गईं।