मुम्बई, 15 अप्रैल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि बिहार दिवस जिस तरह से मुम्बई में मनाया जाता है उसी तरह महाराष्ट्र दिवस को वह बिहार में मनाया जाता देखना चाहेंगे। मुम्बई में बिहार दिवस के लिए अत्यंत व्यवस्थित सांस्कृतिक समारोह का आयोजन करने पर नीतीश ने महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद दिया।
इस मौके पर लोगों को सम्बोधित करते हुए नीतीश ने कहा, "बिहार के लोगों को महाराष्ट्र में हमेशा सम्मान मिलता आया है। दोनों राज्यों के लोगों के बीच सम्बंधों को मजबूत बनाने के लिए इस समारोह का आयोजन किया गया है।"
ज्ञात हो कि समारोह की शुरुआत महाराष्ट्र की प्रशंसा करने वाले लोकप्रिय मराठी गीत 'जय जय महाराष्ट्र माझा' से हुई।
नीतीश ने अपने भाषण की शुरुआत मराठी भाषा में करते हुए कहा, "मराठी एक मीठी भाषा है और मैं इसे सीखना चाहूंगा।"
समारोह में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री ने कारपोरेट जगत के उद्यमियों से मुलाकात की और उनसे अपनी सरकार द्वारा वर्ष 2011 में बनाई गई औद्योगिक नीति का लाभ उठाने की अपील की।
नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार की औद्योगिक नीति कृषि-आधारित उद्योग, बिजली, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन, सूचना-प्रौद्योगिकी, तकनीक एवं उच्च शिक्षा, अति विशिष्ट अस्पताल, इलेक्ट्रॉनिक, हार्डवेयर एवं ऊर्जा के गैर-पारम्परिकस्रोतों जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित है।
नीतीश ने बिहार को विकसित राज्य बताते हुए उद्यमियों से वहां निवेश करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि नीतीश बिहार दिवस उत्सव में शामिल होने के लिए शनिवार को मुम्बई पहुंचे। इसके पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने नीतीश की यात्रा का विरोध किया था लेकिन बाद में राज इस यात्रा को लेकर नरम पड़ गए। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस के लिए एक सामाजिक-सांस्कृतिक आयोजन पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।