18 अप्रैल 2012
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि यह उनका चुनाव नहीं था। तीन भागों में बंटे निगम चुनाव में भाजपा की जीत के बाद शीला ने कहा, "यह मेरा चुनाव नहीं था, जब हम लड़ेंगे तो देखेंगे कि क्या हुआ? यह एमसीडी चुनाव था। जो भी खामियां थीं, हमने उसमें सुधार किया है।"
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह किसी की जिम्मेदारी नहीं है। हमारी सीटें और वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई है और भाजपा बहुत कम अंतर से जीती है। हम नतीजों पर गौर करेंगे।"
शीला ने माना कि इस चुनाव में महंगाई एक बड़ा मुद्दा रहा। उन्होंने कहा, "महंगाई एक मुद्दा था, एमसीडी का हालांकि इससे कोई लेना-देना नहीं है। क्या एमसीडी में कम भ्रष्टाचार है?"
मुख्यमंत्री ने इससे इंकार किया कि एमसीडी का तीन भागों में बंटवारा चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के उद्देश्य से किया गया था। उन्होंने कहा, "एमसीडी के तीन भागों में बंटवारे से हमें लाभ नहीं होगा, बल्कि इससे दिल्ली के प्रशासन को फायदा होगा।"