24 अप्रैल 2012
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि सरकार व्यापार नीति और इस जैसे कई उपायों के जरिए देश में चीनी की कीमत स्थिर रखने की कोशिश कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन की 41वीं बैठक का उद्घाटन करते हुए मुखर्जी ने कहा, "भारत सरकार अधिक और कम उत्पादन वाले सत्र में चीनी की कीमत में उतार चढ़ाव को कम कर के चीनी की कीमत स्थिर करने की कोशिश कर रही है।"
उन्होंने कहा, "हम कई उपाय कर रहे हैं जैसे व्यापार नीति, जिसमें शामिल है एडवांस अथॉराइजेशन योजना के तहत शुल्क मुक्त कच्चे चीनी का आयात, या विशेष सरकारी एजेंसी के जरिए शुल्क मुक्त सफेद या रिफाइंड चीनी का आयात और ओपेन ग्रीन लाइसेंस के जरिए शुल्क मुक्त कच्चे चीनी का आयात।"
उन्होंने चीनी की गुणवत्ता में सुधार लाने और गóो का ऊर्जा उत्पादन में इस्तेमाल करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी अपनाने पर बल दिया।
भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता है और दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक 30 सितम्बर 2012 को समाप्त होने वाले मौजूदा चीनी विपणन सत्र में देश में 260 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है।