2 मई 2012
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दूसरे जनता दरबार में बुधवार को एक बार फिर हजारों फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री ने एक-एक करके लोगों की समस्याएं सुनकर उनके जल्द निराकरण का आश्वासन दिया। फरियादियों में एक विदेशी महिला भी शामिल थी, जो वाराणसी के रिक्शा चालकों के लिए नीतियां बनाने की मांग लेकर आई थी। राज्य के विभिन्न हिस्सों से 6000 से ज्यादा लोग अपनी समस्याएं लेकर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5-कालीदास मार्ग पहुंचे। कई लोगों ने तो तड़के ही मुख्यमंत्री के निवास स्थान पर डेरा डाल दिया था। मुख्यमंत्री ने सुबह नौ बजे से अपने आवास के कांफ्रेंस हॉल में एक-एक करके फरियादियों की परेशानियां सुनीं और निराकरण के लिए 10 से 20 दिन का समय मांगा। फरियादियों की ज्यादातर शिकायतें रोजगार, मुफ्त इलाज, स्थानांतरण, नियमितकरण और दबंगों के अत्याचार से सम्बंधित थीं।
फरियादियों में अमेरिका के टेक्सास प्रांत की निवासी एक महिला भी थी, जो पिछले कुछ सप्ताह से वाराणसी में थी। विदेशी महिला ने मुख्यमंत्री से मिलकर रिक्शा चालकों के लिए बीमा योजना शुरू करने की मांग करते हुए कहा, "रिक्शा चालक बेहद गरीब होते हैं। हादसों में उनकी मौत हो जाने पर आश्रितों के लिए गुजारा करना बेहद मुश्किल होता है।" इस सम्बंध में उन्होंने एक प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री ने विदेशी महिला की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया।
जनता दरबार का समय पूर्व निर्धारित समय सुबह नौ से 11 बजे तक था, लेकिन भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री ने दोपहर करीब एक बजे तक समस्याएं सुनीं। पूर्व निर्धारित दिल्ली यात्रा के कारण वह सभी फरियादियों से मुलाकात नहीं कर पाए। लेकिन जिन फरियादियों की मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी, उनके प्रार्थना पत्र जमा कराकर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
उधर फरियादियों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। गर्मी को देखते हुए जगह-जगह शीतल जल की व्यवस्था की गई थी और पूरे परिसर में तम्बू लगाया गया था। हालांकि इतने इंतजामों के बावजूद तीन फरियादी महिलाएं गर्मी के चलते बेहोश हो गईं, जिनका वहां मौजूद चिकित्सकों द्वारा इलाज किया गया। उल्लेखनीय है कि पहले जनता दरबार में 10,000 से ज्यादा लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे और जिला प्रशासन की तरफ से उचित इंतजाम न होने से अव्यवस्था उत्पन्न हो गई थी।
सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने संवाददाताओं को बताया कि करीब 10,000 लोगों ने जनता दर्शन में मुख्यमंत्री को अपना दुख-दर्द बताया।