22 मई 2012
नई दिल्ली/मुम्बई। सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कम्पनी एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल मंगलवार को 15वें दिन भी जारी रही और इस दौरान कम्पनी का नुकसान बढ़कर 250 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कम्पनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को नई दिल्ली में कहा, "टिकट रद्द कराए जाने, कर्मचारियों का सदुपयोग नहीं होने और अधिकतर विमानों के खड़े रहने के कारण नुकसान बढ़कर 250 करोड़ रुपये हो गया है। आपात योजना के कारण हमारा प्रतिदिन का नुकसान 13 से 15 करोड़ रुपये से घटकर अब 10 से 11 करोड़ रुपये पर आ गया है।"
उन्होंने कहा कि आपात योजना के मुताबिक कम्पनी ने अमेरिका और यूरोप को जाने वाली उड़ानों को मिलाकर एक कर दिया है और एक न्यूनतम संख्या में उड़ानों का संचालन कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक सामूहिक रूप से अवकाश पर जाने वाले पायलटों को निर्देश दिया जाएगा कि भारतीय वायु सेना के डॉक्टरों के बोर्ड से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं।
अधिकारी ने कहा, "भारतीय वायु सेना के चिकित्सक उनके स्वास्थ्य की जांच करेंगे। हम उन्हें नोटिस भेजे जाने का इंतजार कर रहे हैं। यदि वे वास्तव में बीमार पाए जाते हैं, तो उनका अवकाश वैध होगा, लेकिन यदि वे स्वस्थ्य पाए जाते हैं, तो वे या तो काम पर लौटेंगे या फिर उन्हें त्यागपत्र देना होगा।"