26 मई 2012
मुम्बई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिनों की बैठक के बाद आयोजित रैली को सम्बोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि संप्रग सरकार कृषि से लेकर हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बाबू गेनू कामगार मैदान में रैली को सम्बोधित करते हुए कहा, "महाराष्ट्र के किसान सूखे का सामना कर रहे हैं लेकिन देश में यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार होती तो किसानों के सामने इस तरह की स्थिति नहीं आती। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो परियोजना ने यदि आकार लिया होता तो किसानों को सूखे का सामना नहीं करना पड़ता।" मोदी ने कहा कि वाजपेयी के इस स्वप्न को संप्रग सरकार ने नष्ट कर दिया।
मोदी ने याद करते हुए कहा कि एक समय गुजरात में भी किसानों को सूखे की मार झेलनी पड़ी थी लेकिन जल संरक्षण की वजह से वहां स्थिति बदल गई।
मुख्यमंत्री ने 'निर्मल बाबा' का उदाहरण देते हुए कहा, "संप्रग सरकार केवल वादे करती है लेकिन उसके वादे झूठे साबित हुए हैं। संप्रग ने वादा किया था कि उसके सत्ता में आने के 100 दिनों के भीतर महंगाई कम हो जाएगी लेकिन इस वादे का क्या हुआ।"
मोदी ने कहा कि देश के समक्ष नक्सलवाद एक बड़ी समस्या है लेकिन संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल के तीसरे वर्ष पूरे होने पर सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट कार्ड में इस बारे में कोई जिक्र नहीं हुआ। मोदी ने सवाल किया कि यदि सरकार सबसी बड़ी चुनौती का उल्लेख नहीं कर सकती तो वह किस बात का जश्न मना रही है।
मोदी ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के उस दावे को आड़ेहाथ लिया जिसमें उन्होंने कहा कि यह समय वादा करने का नहीं बल्कि काम कर के दिखाने का है। मोदी ने कहा, "सोनिया का बयान साबित करता है कि पिछले वर्षो में कांग्रेस ने केवल वादे किए हैं, काम कुछ भी नहीं किया।"
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार अपने अधीन मसलों को सुलझाने में असफल हो रही है लेकिन वह राज्यों के अधिकारों में अतिक्रमण और हस्तक्षेप कर रही है। वह देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है।