2 जून 2012
नई दिल्ली/मुम्बई। सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कम्पनी एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल शनिवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गई और इसके कारण विमानन कम्पनी का घाटा बढ़कर 350 करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जो कम्पनी के लिए अब तक किसी भी हड़ताल से बड़ा नुकसान है। कम्पनी के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "नुकसान टिकट रद्द कराने, कर्मचारियों और अधिकतर बोइंग 777 विमानों के बेकार पड़े रहने के कारण हुआ।"
उन्होंने कहा, "आज (शनिवार) से नुकसान के घटकर रोजाना पांच करोड़ रुपये तक रह जाने का अनुमान है।"
पुरानी विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय से पहले वाली एयर इंडिया के पायलटों वाले इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) के सदस्य पायलट आठ मई से हड़ताल पर हैं। वे पुरानी इंडियन एयरलाइंस से सम्बंधित पायलटों को बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का प्रशिक्षण दिए जाने का विरोध कर रहे हैं।
विमानन कम्पनी ने शुक्रवार को हड़ताल से प्रभावित अंतर्राष्ट्रीय संचालनों को बरकरार रखने के लिए अंतरिम योजना लागू की।
अधिकारी ने कहा कि अंतरिम योजना के तहत कम यात्री वाले गंतव्यों को कुछ समय के लिए उड़ान योजना से हटा दिया गया है। हांगकांग, ओसाका, सिओल और टोरंटो जैसे सात अंतर्राष्ट्रीय गंतव्य इनमें शामिल हैं।