5 जून 2012
भोपाल। भोपाल गैस त्रासदी को लेकर बने मंत्री समूह के अध्यक्ष और गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने आश्वासन दिया है कि हादसे के बाद जमा रासायनिक कचरे के निपटारे का फैसला आठ जून को दिल्ली में होने वाली मंत्री समूह की बैठक में हो जाएगा। मंत्री समूह के अन्य सदस्य केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और नारायण सामी के साथ भोपाल पहुंचे चिदम्बरम ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भोपाल में जमा 390 टन कचरे में से 40 टन कचरे का निपटारा हो चुका है।
शेष 350 टन रासायनिक कचरे के निपटारे के लिए जबलपुर उच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर गुजरात के अंक्लेश्वर, मध्य प्रदेश के पीथमपुर और महाराष्ट्र के तमोजा में कोशिश हुई, लेकिन तीनों राज्यों की सरकार और स्थानीय लोगों की आपत्ति के कारण यह कोशिश सफल नहीं हुई।
चिदम्बरम ने कहा कि अब इस कचरे के निपटारे के लिए जर्मनी की एक कम्पनी से बात चल रही है। बीते शुक्रवार को हुई मंत्री समूह की बैठक में इस मुद्दे पर विचार किया गया।
इस सम्बंध में आठ जून को दिल्ली में होने वाली मंत्री समूह की बैठक में फैसला ले लिया जाएगा। उसी के आधार पर कचरा निपटारे के सम्बंध में सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा।
चिदम्बरम ने केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान पिछले तीन साल में हुए कार्यो का ब्यौरा भी दिया। चिदम्बरम के साथ-साथ खुर्शीद और सामी ने भी केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरी दुनिया आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है, इस समय भी भारत ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी विकास दर बनाए रखने की कोशिश की है। केंद्र सरकार ने कमजोर वर्ग और अल्पसंख्यकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रखी हैं।