6 जून 2012
वाशिंगटन। भारत-अमेरिका के बीच अगले सप्ताह यहां होने वाले महत्वपूर्ण संवाद से पहले अमेरिकी रक्षा विभाग ने भारत को एक वैश्विक ताकत बताते हुए कहा है कि भारत अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभा रहा है।
इसके साथ ही अमेरिकी रक्षा विभाग ने भारत द्वारा अफगानिस्तान में की जा रही मदद की भी सराहना की।
रक्षा विभाग के प्रवक्ता कैप्टन जॉन किर्बी ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन रिपोर्ट को हल्के में लिया,जिसमें कहा गया है कि अमेरिका चाहता है कि भारत, अफगानिस्तान में अपनी भूमिका बढ़ाए। किर्बी ने कहा, "भारत एक वैश्विक ताकत है, और वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और हम इसका स्वागत करते हैं।"
किर्बी से जब उन मीडिया रपटों के बारे में पूछा गया, जिनमें अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि भारत दौरे पर पहुंचे अमेरिकी रक्षा मंत्री लियॉन पैनेटा अफगानिस्तान में अधिक सक्रिया भूमिका निभाने के लिए भारत को प्रोत्साहित करेंगे, किर्बी ने कहा, "मैं समझता हूं कि रपटें थोड़ी बढ़ा-चढ़ाकर जारी की गई है।"
किर्बी ने कहा, "मैं नहीं समझता कि रक्षा मंत्री (पैनेटा) ने भारत द्वारा अफगानिस्तान में मुहैया कराई जा रही मदद तथा अफगानिस्तान में व उस पूरे क्षेत्र में कुछ और कार्यो को जारी रखने में दिखाई गई भारत की रुचि की प्रशंसा करने की बजाए उनसे और अधिक भूमिका निभाने के लिए कहा है।"
किर्बी ने कहा, "और इसलिए मैं समझता हूं कि वास्तव में यह उनके द्वारा किए गए कार्यो का प्रशस्ति पत्र अधिक था और आशा है कि वे क्षेत्र में एक नेता के रूप में लगातार बने रहेंगे।"
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका चाहता है कि भारत अफगानिस्तान युद्ध में गहराई से शामिल हो, किर्बी ने कहा, "शिकागो शिखर सम्मेलन ने देशों को प्रोत्साहित किया था कि वे अफगानिस्तान के भविष्य में अधिक निवेश करें और वहां उपस्थित सभी देशों में ऐसा करने पर व्यापक सहमति भी बनी थी।"