HindiLok Mobile edition
मुख्य पृष्ठ | राशिफल | खेल | बॉलीवुड

ग्रेटर नोएडा में बनेगा देश का पहला नाइट सफारी पार्क

6 जून 2012

लखनऊ। बंद गाड़ियों में बैठकर रात को वन्यजीवों को देखने का लुत्फ उठाने के लिए अब विदेश जाने की जरूरत नहीं होगी। लोग जल्द ये रोमांचकारी आनंद सूबे की व्यवसायिक राजधानी ग्रेटर नोएडा में ले सकेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पहल पर राज्य सरकार ने ग्रेटर नोएडा में नाइट सफारी यानी वन्य जीव रात्रि पार्क के निर्माण की कयावद तेज कर दी है। इस प्रस्तावित नाइट सफारी को सिंगापुर के नाइट सफारी की तर्ज पर सार्वजनिक-निजी हिस्सेदारी से विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि इस सम्बंध में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल में सिंगापुर के कार्यवाहक उच्चायुक्त जॉनथन टो के साथ बैठक कर इस परियोजना पर सुझ्झाव मांगे।

इस नाइट सफारी में 40 प्रतिशत प्राणी भारतीय उपमहाद्वीप से और 60 प्रतिशत प्राणी भारत के बाहर के प्रस्तावित हैं। ऐसा अनुमान है कि प्रतिदिन करीब 7,000 पर्यटक बंद गाड़ियों में सुरक्षित रूप से इस नाइट सफारी विहार का आनंद उठा सकेंगे।

इसमें कुल 71 प्रजातियों के 841 प्राणी होंगे, जिसमें स्तनधारियों की 58, पक्षियों की आठ प्रजातियां, तीन प्रजातियां सरीसृपों की और दो प्रजातियां मछलियों की होंगी।

उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अनिल कुमार सिन्हा ने बताया, " प्रस्तावित विश्व स्तरीय नाइट सफारी भारत में अपनी तरह की पहली और एशिया में सिंगापुर के बाद दूसरी होगी। इसको नियंत्रित पर्यावरण व परिस्थितियों में विकसित किया जाएगा।"

उन्होंने बताया, "सार्वजनिक एवं निजी भागीदारी के माध्यम से विकसित की जाने वाली इस पर्यटन परियोजना में पूरा निवेश निवेशकर्ता द्वारा किया जाएगा जबकि राज्य सरकार केवल जमीन उपलब्ध कराएगी। राज्य सरकार इस अभूतपूर्व नाइट सफारी के विकासकर्ता के चयन के लिए बहुत जल्द बोली आमंत्रित करने जा रही है।"

भूमि सम्बंधी किसी व्यवधान की आशंका से साफ इंकार करते हुए उन्होंने कहा, "नाइट सफारी के लिए लगभग 102 हेक्टेयर जमीन की तलाश कर ली गई है। इसमें भूमि उपयोग परिवर्तन की जरूरत नहीं पड़ेगी क्याोंकि यह भू-भाग पहले से ही रिक्रिएशनल ग्रीन के रूप में अनुमोदित है।"

सिन्हा ने बताया कि इस परियोजना को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण और सर्वोच्च न्यायालय की विधिक स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्तावित सफारी क्षेत्र में किसी तरह की आवासीय व व्यवसायिक निर्माण की अनुमित नहीं होगी।

उधर, उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इटावा के फिशर वन क्षेत्र में लॉयन सफारी परियोजना भी विकसित कर रही है।


 


Home | About Us | Feedback | Privacy Policy | Terms