6 जून 2012
नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने बुधवार को कहा कि गुटखा और सिगरेट के विज्ञापन देश में हर तरफ दिख रहे हैं, ऐसे में मेट्रो से इन विज्ञापनों से दूर रहने की आशा नहीं जानी चाहिए। का यह बयान एक तम्बाकू निरोधी संस्था के उस पत्र के जवाब में आया है, जिसमें उस संगठन ने कहा है कि कई मेट्रो स्टेशनों पर तम्बाकू से सम्बंधित पदार्थो के विज्ञापन देखे जा रहे हैं।
डीएमआरसी प्रबंधन ने बुधवार को मीडिया से कहा, "अगर आप तम्बाकू विज्ञापनों की बात कर रहे हैं तो फिर वे हर ओर हैं। ये टेलीविजन पर हैं, रेडियो पर हैं और यहां तक की मॉल्स में हैं। ऐसे में भला डीएमआरसी को इससे दूर रहने को क्यों कहा जा रहा है।"
डीएमआरसी प्रमुख को सम्बोधित अपने पत्र में 'ह्रदय' नाम के एक संगठन ने प्रबंध से स्टेशन परिसरों से तम्बाकू पदार्थो के विज्ञापन हटाने की मांग की थी।
संगठन की दलील है कि सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू पदार्थ अधिनियम (2003) में इस तरह के किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर पूर्ण प्रतिबंध का प्रावधान है।
डीएमआरसी प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने संगठन के इस सत्र का जवाब नहीं दिया है लेकिन डीएमआरसी ने कहा है कि ऐसे मामलों में दृश्य एवं विज्ञापन प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) को दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए।