11 जून 2012
नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजीत सिंह ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय विमानन कम्पनी, एयर इंडिया अपने 300 हड़ताली पॉयलट्स को बर्खास्त कर सकती है। यह जानकारी सोमवार को एक अधिकारी ने दी।
अजीत सिंह ने कहा, "पॉयलट्स मई से ही अवैधरूप से हड़ताल पर हैं। आखिर वे काम पर लौटने के लिए हमसे कितना इंतजार करवाना चाहते हैं? यदि स्थिति जस की तस बनी रही तो बाकी 300 पॉयलट्स भी बर्खास्त किए जा सकते हैं। लेकिन यह निर्णय एयर इंडिया प्रबंधन द्वारा लिया जाएगा।"
सिंह ने कहा, "इस अवैध हड़ताल से न केवल विमानन कम्पनी को बड़ा नुकसान हुआ है, बल्कि एयर इंडिया से यात्रियों का भरोसा भी उठा है। यदि वे काम पर लौटना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है।"
हड़ताली पायलट्स से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि वे हालात का अध्ययन कर रहे हैं और फिलहाल हड़ताल पर हैं।
मान्यता खो चुके युनियन, इंडियन पॉयलट्स गिल्ड (आईपीजी) की समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने आईएएनएस से कहा, "हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इस मामले में हम सभी एकजुट हैं और हमारी एकता नहीं टूटेगी। हमारी एक मात्र मांग फिलहाल यह है कि बर्खास्त साथियों को बहाल किया जाए और हमारे युनियन को मान्यता दी जाए।"
इसके पहले एयर इंडिया प्रबंधन ने आईपीजी के सदस्य रहे 101 पॉयलट्स को बर्खास्त कर दिया था। आईपीजी पूर्व की एयर इंडिया के पायलट्स का प्रतिनिधित्व करता है। आईपीजी से सम्बद्ध पॉयलट्स आठ मई को उस कदम के खिलाफ हड़ताल पर चले गए थे, जिसके तहत इंडियन एयरलाइंस के के पॉयलट्स को, जल्द बेड़े में शामिल होने वाले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर पर प्रक्षिण दिया जा रहा था।
हड़ताल के कारण एयर इंडिया की अंतर्राष्ट्रीय सेवा चरमरा गई, क्योंकि कम्पनी 45 अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं में से मात्र 38 उड़ानें ही संचालित कर पा रही है।