12 जून 2012
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कम्पनी, मारुति सुजुकी ने मंगलवार को कहा कि कम्पनी के निदेशक मंडल ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिसके तहत सुजुकी पॉवरट्रेन इंडिया (एसपीआईएल) का मारुति सुजुकी में विलय कर दिया जाएगा। एसपीआईएल में मारुति सुजुकी की 30 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि 70 फीसदी हिस्सेदारी जापानी कम्पनी, सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की है। एसपीआईएल मारुति सुजुकी को डीजल इंजन और ट्रांसमीशन प्रणाली की आपूर्ति करती है।
मारुति सुजुकी ने एक बयान में कहा, "विलय शेयरों की अदला-बदली के जरिए करने का प्रस्ताव है। मारुति सुजुकी की ओर से नकदी का भुगतान नहीं किया जाएगा। विलय के बाद कर्मचारियों की छंटनी की योजना नहीं है।"
कम्पनी ने कहा कि इस विलय में सुजुकी मोटर को एसपीआईएल में उसके 10 रुपये के अंकित मूल्य के हर 70 शेयरों के लिए मारुति सुजुकी का पांच रुपये के अंकित मूल्य वाला एक शेयर हासिल होगा।
बयान के मुताबिक एसपीआईएल में सुजुकी मोटर की 70 फीसदी हिस्सेदारी के बदले उसे मारुति सुजुकी के 1.317 करोड़ नए शेयर मिलेंगे, जिससे मारुति सुजुकी में उसकी हिस्सेदारी 54.2 फीसदी से बढ़कर 56.2 फीसदी हो जाएगी।
बयान के मुताबिक दिसम्बर अंत तक विलय प्रस्ताव को नियामक की अनुमति मिलने और कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने का अनुमान है। अनुमति मिलने के बाद मारुति सुजुकी और एसपीआईएल के खाते एक कर दिए जाएंगे, जो एक अप्रैल 2012 से प्रभावी होगा।