16 जून 2012
नई दिल्ली। मेक्सिको और ब्राजील में हो रहे जी-20 और रियो प्लस 20 शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेने के लिए आठ दिवसीय विदेश दौरे पर निकलने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को आर्थिक मंदी से सम्बंधित वैश्विक चिंताओं, खासतौर से यूरोजोन संकट और पर्यावरणीय क्षरण पर चर्चा की और वित्तीय संकट से बाहर आने के लिए यूरोप से ठोस कार्रवाई का आह्वान किया।
मनमोहन ने मेक्सिको के लॉस कैबोस में 18-19 जून को हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में विकास के आयामों की सर्वोच्चता सुनिश्चित कराने, तथा वैश्विक विकास को बढ़ावा देने के लिए अधोसंरचना में निवेश करने पर ध्यान देने की आवश्यकता पर दबाव बनाने का भी संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री ने लॉस कैबोस के लिए प्रस्थान करने से पहले जारी एक बयान में कहा, "जी-20 के नेता यूरोजोन में आर्थिक संकट और कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच एक फिर मिलेंगे। यूरोप की यह स्थिति खासतौर से चिंताजनक है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में यूरोप की एक बड़ी हिस्सेदारी है और यह भारत का एक प्रमुख व्यापारिक एव निवेश साझेदार है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "वहां लगातार समस्या बने रहने से वैश्विक बाजार मंद होगा और हमारे आर्थिक विकास पर उसका विपरीत असर पड़ेगा। हम आशा करते हैं कि यूरोपीय नेता अपने सामने खड़ी वित्तीय समस्याओं के समधान के लिए ठोस कार्रवाई करेंगे।"