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पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने में जुटी अखिलेश सरकार

22 जून 2012

लखनऊ। मथुरा, वृंदावन, आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद, चित्रकूट और कुशीनगर जैसे पर्यटक और धार्मिक स्थलों के लिए देश-विदेश में मशहूर उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से कई परियोजनाएं शुरू करने जा रही है। तीन महीने पुरानी समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र मे पीपीपी पर जोर देते हुए कुछ परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है तो कुछ को सैद्धांतिक सहमति दे दी है। सरकार कुछ परियोजनाओं के लिए बहुत जल्द बोली आमंत्रित करने वाली है।

राज्य सरकार ने हाल ही में पीपीपी के तहत आगरा, वाराणसी और फतेहपुर सीकरी में हीलियम बैलून राइड सुविधा शुरू करने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी। पहले चरण में यह सुविधा आगरा के शिल्पग्राम, फतेहपुर सीकरी के राही गुलिस्तान टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स और वाराणसी के संत रविदास घाट में प्रस्तावित है। लखनऊ में भी इसकी संभावनाएं तलाशने का फैसला किया गया है।

इसके अलावा मथुरा के बरसाना स्थित राधा रानी मंदिर, चित्रकूट के देवंगाना, मिर्जापुर में विंध्यवासिनी काली खोह-अष्टभुजा में पीपीपी के तहत रोप-वे की स्थापना का निर्णय लिया गया। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए परामर्शदाताा का चयन कर लिया गया है।

लखनऊ स्थित ऐतिहासिक स्मारक रेजीडेंसी में कई सालों से बंद पड़े मशहूर लाइट एवं साउंड शो को पीपीपी के तहत से फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है और इस पर जल्द काम शुरू हो जाएगा।

उधर, राज्य सरकार ने ग्रेटर नोएडा में नाइट सफारी यानी वन्य जीव रात्रि पार्क के निर्माण की कयावद तेज कर दी है। इस प्रस्तावित नाइट सफारी को सिंगापुर के नाइट सफारी की तर्ज पर सार्वजनिक-निजी हिस्सेदारी से विकसित किया जाएगा।

ऐसा अनुमान है कि प्रतिदिन करीब 7,000 पर्यटक बंद गाड़ियों में सुरक्षित रूप से इस नाइट सफारी का आनंद उठा सकेंगे।

इसके साथ ही राज्य सरकार ने पीपीपी के तहत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के गृह जिले इटावा में लॉयन सफारी विकसित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। लॉयन सफारी इटावा के फिशर वन के 50 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में ताजमहल के निकट ताज नेचर पार्क विकसित करने का में ऐलान किया था। पीपीपी के तहत विकसित होने वाले इस पार्क के लिए अधिकारियों को जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के आदेश दे दिए गए हैं।

राज्य सरकार के अधिकारी ने  कहा कि गुजरात सहित कुछ राज्यों में पीपीपी के तहत पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा दी गई है। पीपीपी के जरिए पर्यटन के क्षेत्र को एक नई पहचान दी जा सकती है।

पीपीपी प्राधिकृत समिति के अध्यक्ष एवं प्रदेश के अवस्थापना आयुक्त अनिल कुमार गुप्ता ने कहा, "सूबे में आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और ईको पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने पर्यटन के विकास के लिए पीपीपी मोड अपनाने का फैसला किया है।"

उन्होंने कहा, "लगभग सभी परियोजनाओं में पूरा निवेश निवेशकर्ता द्वारा किया जाएगा जबकि राज्य सरकार केवल जमीन उपलब्ध कराएगी।"


 


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