22 जून 2012
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने गुरुवार को सेंट पीटर्सबर्ग में रूस के उपप्रधानमंत्री डी. रोगोजिन से मुलाकात की। उन्होंने भारतीय दवा कम्पनियों के लिए रूस में संभावनाएं तलाशने के विषय पर चर्चा की। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, "शर्मा ने रोगोजिन से कहा कि भारतीय दवा उत्पाद विश्व मानकों के अनुरूप हैं और अन्य बाजारों की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत सस्ते हैं। उन्होंने इस दिशा में समुचित प्रयास किए जाने पर जोर दिया।"
उन्होंने कहा कि रूस के फार्मा 2020 कार्यक्रम के अनुरूप रूस में उत्पादन इकाइयां स्थापित करने के लिए भारत उसका सहयोग चाहता है। दोनों देशों ने आधुनिकीकरण और औद्योगिक सहयोग पर गठित संयुक्त कार्य दल की पहली बैठक जुलाई-अगस्त में बुलाए जाने पर सहमति भी व्यक्त की।
रूसी पक्ष ने नागरिक विमानों के संयुक्त उत्पादन पर आगे बात करने का प्रस्ताव रखा। इस संदर्भ में दोनों पक्षों के बीच पहली बार बातचीत नई दिल्ली में 28 मार्च को रूस के उपमंत्री मानतुरोव और नागरिक उड्डयन सचिव की मुलाकात के दौरान हुई थी। शर्मा ने इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए कहा कि भारत इसके बारे में विशेषज्ञों से राय लेगा।
रूसी पक्ष ने 2जी मामले पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का हवाला देते हुए सिस्टेमा में भारतीय निवेश पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार किया। उन्होंने कहा कि रूस भारत को निवेश के लिए महत्वपूर्ण स्थान मानता है और उसे आशा है कि इस विषय में सकारात्मक हल निकल आएगा।
आनंद शर्मा ने रूस को आश्वस्त किया कि भारत न्यायिक प्रक्रिया के दौरान सिस्टेमा के मामले को दूरसंचार विभाग और सिस्टेमा के बीच संवाद के जरिए निपटाने का पूरा प्रयास करेगा।