23 जून 2012
जम्मू। पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमा चौकियों को निशाना बनाने की घटनाओं और इन घटनाओं का नियंत्रण रेखा की शांति पर पड़ने वाले असर को लेकर भारत ने पाकिस्तान से कड़े शब्दों में अपनी चिंताएं जाहिर की है।
अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को चकन दा बाग में हुई दोनों सेनाओं के बीच ब्रिगेडियर स्तर की बैठक में पाकिस्तानी पक्ष को इस संदेश से अवगत कराया गया।
ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में दो भारतीय सैनिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद नियंत्रण रेखा पर बहुत ही तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी।
जानकार सूत्रों ने कहा कि भारतीय सैन्यकर्मियों ने पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों से कहा कि उनकी कार्रवाइयां उकसाने वाली थीं और वे सीमा पर संघर्ष विराम को खतरे में डाल सकती हैं, जो कि नवम्बर 2003 से ही लागू है।
भारतीय पक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि नियंत्रण रेखा के उस पार से होने वाली इस तरह की गोलीबारी का जवाब देने का अधिकार भारतीय सैनिकों को है।
इसके पहले कई संघर्ष विराम उल्लंघनों के बाद पाकिस्तानी सेना ने 16 जून को कमांडर स्तर की एक बैठक रद्द कर दी थी।
सेना के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा की गई गोलीबारी जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के मकसद से भारतीय सैनिकों का ध्यान बंटाने के लिए थी।