28 जून 2012
नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार पी. ए. संगमा ने गुरुवार को अपना नामांकन-पत्र दाखिल किया। अपनी दावेदारी को उन्होंने 'जनजातीय एकता की जीत' बताया। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 19 जुलाई को होना है। संगमा ने राज्यसभा सचिवालय में पर्चा दाखिल किया। इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी व पार्टी के अन्य नेता लाल कृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज तथा अरुण जेटली शामिल थे।
संगमा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी राज्यसभा के महासचिव वी. के. अग्निहोत्री के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। इससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "आज जनजातीय एकता की जीत का दिन है कि जनजातीय समुदाय का एक व्यक्ति राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर रहा है।"
उन्होंने कहा, "मैं ट्राइबल फोरम ऑफ इंडिया द्वारा प्रायोजित उम्मीदवार के रूप में नामांकन-पत्र दाखिल करूंगा, जिसे ओडिशा व तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों के मनोनीत किया है और जिसका समर्थन भाजपा तथा राजग के घटक दल कर रहे हैं।"
संगमा ने यह भी कहा कि देश की जनजातीय आबादी हालांकि कांग्रेस का समर्थन कर रही है, लेकिन यह पार्टी इस समुदाय के उम्मीदवार के साथ नहीं हुई।
उन्होंने कहा, "हमने कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी) से मिलने का समय मांगा। हमें लगातार तीन दिन तक केंद्रीय कक्ष (संसद के) में इंतजार करने के लिए कहा गया। लेकिन हमें मुलाकात का समय नहीं मिला, जिसके बाद हमने अन्य नेताओं से मुलाकात की।"