4 जुलाई 2012
जोधपुर। नर्स भंवरी देवी हत्याकांड का एक संदिग्ध आरोपी कैलाश जाखड़ जो 19 दिन पूर्व अदालत में पेशी के दौरान फरार हो गया था, उसे दोबारा गिरफ्तार किए जाने के अगले दिन मंगलवार को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जाखड़ 14 जून को राजस्थान के जोधपुर शहर की एक अदालत में अपने साथियों और पुलिस के बीच गोलीबारी के बाद पुलिस हिरासत से फरार हो गया था, उसे सोमवार को फिर गिरफ्तार कर लिया गया था।
जाखड़ चुरू जिले सुजानगढ़ के निकट बालू के टिब्बों से घिरी एक छोटी बस्ती के एक घर में छिपा हुआ था। गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने रविवार रात एक विशेष दल को भेजकर उसे गिरफ्तार किया था।
पुलिस के दल ने कड़ी सुरक्षा बीच मंगलवार को जाखड़ को महानगर न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमने पूछताछ के लिए उसे हिरासत में सौंपने की मांग की। अदालत ने उसे 10 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।"
उन्होंने बताया कि पुलिस जाखड़ से हिरासत अवधि के दौरान फरार होने के पीछे उसकी साजिश के बारे में पूछताछ करेगी।
जाखड़ को जोधपुर के जिला एवं सत्र न्यायालय में 14 जून को भूमि के सौदे में फर्जीवाड़े से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान पेशी पर लाया गया था। उसी दौरान दर्जनों अपराधी पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाकर जाखड़ के साथ भाग गए थे।
जाखड़ पर भंवरी के शव को ठिकाने लगाने का आरोप है। भंवरी का पिछले वर्ष एक सितम्बर को अपहरण किया गया था और हत्या कर शव जाखड़ के गिरोह को सौंप दिया गया था। मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का कहना है कि अपराधियों ने इन घटनाओं को राज्य के बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा और कांग्रेस विधायक मलखान सिंह बिश्नोई के इशारे पर अंजाम दिया था।
मदेरणा और मलखान सहित 14 आरोपी इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।