5 जुलाई 2012
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनने से लोकतंत्र की बहाली हुई है, क्योंकि पूर्ववर्ती बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार में किसी की बात नहीं सुनी जाती थी और मुख्यमंत्री किसी से मिलती ही नहीं थीं। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में सभी को मुख्यमंत्री से मिलने और बोलने की आजादी मिली है। लोग अपनी समस्याएं लेकर लखनऊ आ रहे हैं। सूबे में लोकतंत्र की बहाली हुई है।
मुलायम ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री किसी एक जाति, वर्ग या संप्रदाय का नहीं होता, बल्कि वह सभी के लिए होता है। सपा की नीति सबको साथ लेकर चलने की है। नीति खराब हो, पर नीयत ठीक हो तो काम चलता है, लेकिन यदि नीति अच्छी हो और नीयत ही खराब हो तो सब काम बिगड़ जाता है। सपा नीति और नीयत, दोनों के अच्छे होने पर बल देती है।
बसपा सरकार पर हमला करते हुए मुलायम ने कहा कि वर्ष 2007 में चुनाव से पहले सपा सरकार ने 24 हजार करोड़ रुपये बिजली उत्पादन के लिए रखे थे। लेकिन चुनाव बाद सत्ता में आई बसपा सरकार ने वे रुपये इस मद में खर्च नहीं किए, क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री का कहना था कि उनके मतदाताओं के घरों में बिजली नहीं होती। पिछले पांच साल में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। दादरी परियोजना में अड़ंगे डाले गए।
मुलायम ने कहा कि हाल ही में पारित किए गए बजट में जो कल्याणकारी प्रस्ताव पास किए गए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। जनता के विश्वास को टूटने नहीं दिया जाएगा। सपा अपने वादे निभाने के लिए जानी जाती है।