5 जुलाई 2012
नई दिल्ली। भारत एवं पाकिस्तान के सीमा सुरक्षा बलों ने सीमापार गोलीबारी से बचने एवं रोकने और नवम्बर 2003 से जारी युद्धविराम को बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के प्रमुखों के बीच नई दिल्ली में चार दिवसीय वार्ता का समापन समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुआ।
बीएसएफ महानिदेशक यू.के. बंसल ने पाकिस्तान रेंजर्स (सिंध) के प्रमुख रिजवान अख्तर के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में गुरुवार को कहा, "इस बात को सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएंगे कि.. सीमा पर गोलीबारी की ऐसी घटनाएं न हों। यदि युद्धविराम के समझौते का उल्लंघन होता है तो ऐसे उदाहरण को भुला दिया जाना चाहिए ताकि यह गम्भीर न बनें।"
इस दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए अख्तर ने कहा, "हमने सीमापार गोलीबारी के विषय में विस्तृत चर्चा की। दो सीमा रक्षक बलों का मानना था कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।"
इस वार्ता के दौरान सीमापार गोलीबारी के अलावा हथियारों, मादक पदार्थो एवं नकली मुद्रा की तस्करी के साथ सीमापार घुसपैठ पर भी चर्चा हुई।
नकली भारतीय रुपये की पाकिस्तान से तस्करी होने के विषय में अख्तर ने कहा, "यह कहना कि नकली नोट पाकिस्तान से भेजे जा रहे हैं सही नहीं होगा। नकली नोट विश्व में कहीं भी बनाए जा सकते हैं। यह भारत में भी बन सकते हैं। भारत में खपने वाले नकली नोटों का निर्माण भारत में ही होता है।"
इसके अलावा बीएसएफ एवं पाकिस्तान रेंजर्स के अधिकारियों ने नियमित तौर अपराधियों की आवाजाही के विषय में सूचनाओं के आदान-प्रदान पर सहमति जताई ताकि सीमा पर सुव्यवस्था बनी रहे।
पहली बार दोनों बलों के प्रमुखों की बैठक भारतीय राजधानी में हुई।