6 जुलाई 2012
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने दो विश्व कप (वर्ष 2007 में ट्वेंटी-20 और 2011 में एकदिवसीय) सशक्त टीम की वजह से जीता है। सहवाग ने कहा कि इन दो खिताबी जीतों के दौरान भारत की टीम सशक्त थी और साथ ही साथ उसे महेंद्र सिंह धौनी का कुशल नेतृत्व भी मिला। इन दोनों मिश्रणों के कारण भारत 28 साल बाद दूसरी बार विश्व विजेता बनने में सफल रहा।
सहवाग ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "धौनी को एक बेहद मजबूत टीम मिली। जब आपकी टीम मजबूत होती है तो फिर नतीजे पाना आसान हो जाता है। जैसा कि एक समय में आस्ट्रेलिया ने किया था।"
"हम सिर्फ धौनी की अच्छी कप्तानी से ही विश्व कप नहीं जीते, बल्कि हमारी टीम बहुत मजबूत थी। हमने हाल के वर्षो में दो विश्व कप जीते हैं। दोनों में जीत की वजह मजबूत टीम थी।"
सहवाग ने कहा कि किसी भी कप्तान के पास अच्छी टीम होती है तो वह जीतती है। बकौल सहवाग, "वर्ष 1999, 2003 और 2007 में विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम ने इतने वर्ष तक राज किया है। इसकी वजह कप्तानी नहीं बल्कि उनकी अच्छी टीम थी।"
श्रीलंका दौरे के लिए टीम में वापसी करने वाले सहवाग ने कहा कि उस दौरे में टीम को सचिन तेंदुलकर की कमी खलेगी, जिन्होंने आराम का फैसला किया है। सहवाग ने कहा कि 40 साल के होने जा रहे सचिन को अपनी पारियां चुनने का पूरा अधिकार है।
बकौल सहवाग, "न सिर्फ मैं बल्कि पूरे देश को सचिन की कमी खलेगी। सचिन 39 साल के हो चुके हैं और ऐसे में हमें याद रखना चाहिए कि उन्हें अपनी पारियां चुनने का पूरा अधिकार होना चाहिए। हमें यकीन है कि वह न्यूजीलैंड के साथ होने वाली टेस्ट श्रृंखला में जरूर खेलेंगे।"
सहवाग बोले कि वह पूरी तरह फिट हैं और श्रीलंका के साथ 12 जुलाई से होने वाली श्रृंखला के लिए तैयार भी हैं। बकौल सहवाग, "मेरे लिए फिटनेस की समस्या नहीं है क्योंकि मैंने इंडियन प्रीमियर लीग के लगभग सभी मैच खेले हैं। श्रीलंका दौरा हमें ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिए तैयारी करने में मददगार होगा।"