10 जुलाई 2012
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजावादी पार्टी (सपा) ने आगामी लोकसभा चुनावों की अपनी तैयारियों को गति देते हुए मंगलवार को 58 लोकसभा क्षेत्रों के लिए इतने ही पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने का फैसला किया। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में उन 58 संसदीय क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिन्हें पार्टी बीते लोकसभा चुनाव में हार गई थी।
बैठक में शामिल नेताओं के मुताबिक पर्यवेक्षकों से कहा गया है कि वे संसदीय क्षेत्रों में जाकर लोगों से बात करें। वहां के पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलें और स्थानीय मुद्दों के के साथ आगामी 30 जुलाई तक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपें।
बाकी सीटों पर भी पार्टी इसी तरह बाद में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करेगी। संसदीय क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के चयन और टिकट वितरण में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट की अहम भूमिका होगी।
बैठक में ये फैसला भी किया गया राज्य सरकार के किसी मंत्री या विधायक को लोकसभा चुनाव लड़ने की अनुमित नहीं दी जाएगी।
बैठक में शामिल रहे एक वरिष्ठ सपा नेता के मुताबिक पार्टी मुखिया ने हमें कम से कम 50 सीटें जीतने का लक्ष्य देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2013 में भी हो सकते हैं। ऐसे में नेता और कार्यकर्ता कमर कसकर तैयार रहें। उन्होंने सभी नेताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अखिलेश सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करने के भी निर्देश दिए।