10 जुलाई 2012
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की एक अदालत ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता पिंकी प्रमाणिक को जमानत दे दी है। उन पर पुरुष होने तथा एक महिला से बलात्कार का आरोप है। इसी आरोप में 15 जून से वह न्यायिक हिरासत में थीं। पिंकी के वकील तुहीन रॉय ने आईएएनएस से कहा, "पिंकी को 24 उत्तरी परगना जिले की जिला अदालत के न्यायाधीश ने 5,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।"
प्रमाणिक के लिंग निर्धारण के लिए क्रामोसोमल जांच की रिपोर्ट भी एसएसकेएम अस्पताल द्वारा अदालत में में सौंपी जानी है। चिकित्सा दल के 11 सदस्यों ने पिंकी का लिंग निर्धारण परीक्षण किया है।
प्रमाणिक को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था। 15 जून को उन्हें अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उनके साथ रहने वाली एक तलाकशुदा महिला व एक बच्चे की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा कर कहा था कि पिंकी पुरुष है और उसने उनके साथ बलात्कार किया तथा उन्हें प्रताड़ित किया।
गिरफ्तारी के बाद पिंकी को जांच के लिए निजी नर्सिग होम ले जाया गया, जहां जांच रिपोर्ट में पाया गया कि एथलीट वास्तव में पुरुष है।
पिंकी ने हालांकि अपने खिलाफ लगे आरोपों को साजिश बताया है।
पिंकी ने तीन साल पहले एथलेटिक्स से संन्यास लिया था। वह वर्ष 2006 में कतर की राजधानी दोहा में हुए एशियाई खेलों में 4 गुना 400 मीटर रिले स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उसी साल मेलबर्न में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता था।