11 जुलाई 2012
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम ने बुधवार को सफाई दी कि उन्होंने महंगाई पर शहरी मध्य वर्ग का मजाक नहीं उड़ाया, बल्कि उन्होंने 'तथ्यात्मक' बात कही। उन्होंने कहा कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया। चिदम्बरम ने बयान जारी कर कहा है कि वह बेंगलुरू में मंगलवार को अपने संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में कही गई बात को गलत तरीके से पेश किए जाने से हैरान हैं।
बयान में कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने तथ्यात्मक बयान दिया। उन्होंने किसी का मजाक नहीं उड़ाया और न ही किसी की आलोचना की। उन्होंने केवल तथ्यात्मक बातें कही।
विदित को कि चिदम्बरम ने बेंगलुरू में कहा था कि हम पानी की एक बोतल के लिए 15 रुपये देने को तैयार रहते हैं, जबकि चावल और गेहूं में प्रति किलोग्राम एक रुपये की वृद्धि भी हम बर्दाश्त करने को तैयार नहीं होते।
उक्त बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए चिदम्बरम ने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में वृद्धि के कारण पेट्रोल का मूल्य बढ़ाया गया था, लेकिन मध्य वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे दो बार कम किया गया।
मीडिया पर चिदम्बरम की बात को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए बयान में कहा गया है, "मंत्री ने 'हम' शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने ऐसा नहीं कहा था कि 'वे महंगाई पर इतना हंगामा क्यों कर रहे हैं।' उन्होंने यह भी नहीं कहा था कि महंगाई को लेकर किसी तरह की शिकायत की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह गरीब किसानों के हित में है।"