13 जुलाई 2012
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों के सांसदों के लिए मतदान के ठीक एक दिन पहले दोपहर भेज का आयोजन करेंगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुखर्जी का समर्थन करने वाले दलों के साथ और सम्बंधों को और अधिक गहरा करने के मकसद से गांधी ने यह आयोजन किया है।
कांग्रेस और उसके अधिकांश नेताओं ने हालांकि पहले ही यह घोषणा की है कि मुखर्जी भारी मतों से विजयी होंगे लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस और उसके सहयोगी दल चुनाव के मद्देनजर कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहते।
सूत्रों के मुताबिक संप्रग के सहयोगी दलों की 14 जुलाई को एक बैठक बुलाई गई है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चल रहे इन सब राजनीति दांवपेचों के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बीजू जनता दल (बीजद) और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) से अपील की है कि वे पी. ए. संगमा की उम्मीवारी वापस ले लें।
रांकापा नेता डी. पी. त्रिपाठी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "बहुत दुर्भाग्यजनक है कि संगमा राष्ट्रपति चुनाव की गरिमा को बनाए रख नहीं पा रहे हैं।"