16 जुलाई 2012
देवघर/पटना। सावन महीने के दूसरे सोमवार के मौके पर भगवान आशुतोष के रावणेश्वर ज्योतिलिंर्गो (बैद्यनाथ धाम) सहित बिहार और झारखण्ड के सभी शिवालय भक्तों के बोलबम के नारों से गूंज रहा है। बैद्यनाथ धाम में रात से ही भक्त, बाबा के जलाभिषेक के लिए पंक्ति में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। सुल्तानगंज से उतरवाहिनी गंगा का पवित्र जल उठाकर 105 किलोमीटर पैदल लम्बी यात्रा कर कांवड़िए बैद्यनाथ धाम पहुंचकर कामना लिंग पर जलाभिषेक करते हैं। सुबह तीन बजे की विशेष पूजा के बाद से ही यहां भक्तों की ओर से जलाभिषेक प्रारम्भ हुआ जो अब तक बदस्तूर जारी है।
बैद्यनाथ धाम में कांवड़ियों की करीब पांच किलोमीटर लम्बी कतार लगी हुई है। मान्यता है कि कामना लिंग पर सावन के सोमवार को जलाभिषेक से भगवान सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
देवघर के पुलिस अधीक्षक सुबोध प्रसाद ने बताया, "अब तक करीब 25 हजार कांवड़िए यहां पहुंचकर बाबा का जलाभिषेक कर चुके हैं। कांवड़ियों की चार से पांच किलोमीटर तक लम्बी कतार लगी हुई है और उनका आना जारी है।"
प्रसाद ने कहा किआज एक लाख से ज्यादा कांवड़ियों के मंदिर में जलाभिषेक करने की सम्भावना है। मंदिर का पट 10 बजे रात को श्रृंगार पूजा के बाद बंद कर दिया जाएगा।
बकौल प्रसाद, "भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सादे लिबास में भी पुलिस बल को तैनात किया गया है।"
आचार्यों के मुताबिक सावन में खासकर सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को सुख-समृद्धि, शांति मिलती है, भगवान भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
इधर, झारखण्ड की राजधानी रांची में पहाड़ी मंदिर में भी भक्तों की हुजूम सुबह से ही उमड़ा हुआ है। बिहार के भी मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर, मोतिहारी के सोमेश्वर मंदिर सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में सुबह से ही भीड़ उमड़ रही है।