23 जुलाई 2012
दिल्ली। एकता कपूर ने अजमेर शरीफ में अपनी आने वाली फिल्म 'क्या सुपरकूल हैं हम' के लिए मन्नत क्या माँगी, क्या नया विवाद सिर उठा गया। भारत में साम्प्रदायिक सद्भाव की प्रतीक ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में फिल्म और टीवी सीरियल निर्माताओं और कलाकारों के आने और अपनी फिल्म की कामयाबी के लिए दुआ करने पर ही इस कदर बवाल हो गया कि आने वाले दिनों में बॉलीवुड को यहां नो एंट्री का सामना करना पड़ सकता है।
दरगाह दीवान सैयद जेनुअल आबेदीन अली खान ने इस पर कड़ा एतराज जताया है।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर फिल्मी सितारों और प्रोड्यूसरों-डाइरेक्टरों के आने पर मुस्लिम बुद्धिजीवियों और उलमा में छाई चुप्पी पर दरगाह प्रमुख ने हैरानी जताते हुए इस पर रोक लगाने के उपायों पर विचार करने का आह्वान किया है। इस्लाम में नृत्य और फिल्मों पर पाबंदी है। ऐसे पेशे से जुड़े लोगों के अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए दरगाह पर आने पर उन्होंने आपत्ति जाहिर की है। सज्जादा-नशीन दीवान जैनुल आबदीन अली खान को इस बात का कष्ट है सितारे यहां अपनी फिल्मों की सीडी चढ़ाते हैं। ये फिल्में अश्लीलता फैला रही हैं। युवाओं पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। दूसरी बात यह है कि वे लोग दरगाह का इस्तेमाल खालिस मुनाफे के लिए कर रहे हैं।
बॉलीवुड कलाकारों की तरफ से अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।