25 जुलाई 2012
मुम्बई। बॉलीवुड सितारे अभिषेक बच्चन सही बजट की गुणवत्तापूर्ण फिल्में बनाने में भरोसा करते हैं। वह फिल्म निर्माण के साधारण से फार्मूले को अपनाकर बॉक्सऑफिस पर सफल फिल्में बनाने की बात कहते हैं।
अभिषेक ने कहा, "प्रत्येक पटकथा का एक बजट होता है और मुझे लगता है कि आपका अपनी फिल्म का बजट सही ढंग से निर्धारित करना बहुत महत्वपूर्ण है।"
उदाहरण के तौर पर उनकी फिल्म 'पा' का निर्माण केवल 15 करोड़ रुपये में हुआ था। फिल्मोद्योग में इसे कम बजट में बनी बेहतरीन फिल्म माना गया था।
'पा' 2009 में प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म को न केवल समीक्षकों की प्रशंसा मिली बल्कि हिंदी की सर्वश्रेषठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। फिल्म में अभिनय के लिए अभिषेक के पिता अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी मिला।
बीते समय के दौरान व्यवसाय के तरीके भी बदले हैं। अब फिल्मों की बॉक्सऑफिस पर सफलता से ज्यादा उसके उपग्रह व संगीत अधिकार बेचने व विभिन्न कम्पनियों के साथ कई प्रकार के करार करने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
अभिषेक कहते हैं, "बॉक्सऑफिस पर कमाई अब भी पूरे व्यवसाय का 60 से 70 प्रतिशत होती है। जो व्यवसाय का बहुत बड़ा हिस्सा है। उपग्रह अधिकार बेचने से होने वाले लाभ पर अब भी विचार करने की जरूरत है। इस समय निर्माताओं के लिए उपग्रह अधिकार बेचना बहुत लाभदायक सिद्ध हो रहा है लेकिन दो या तीन साल बाद ऐसा नहीं होगा।"
उन्होंने कहा, "हमेशा गुणवत्तापूर्ण फिल्मों के निर्माण पर जोर देना चाहिए। यदि फिल्म अच्छी नहीं है तो उपग्रह अधिकार व संगीत अधिकार बेचने से मदद नहीं मिलेगी।"
अभिषेक ने 'धूम', 'गुरु', 'दोस्ताना' और हाल ही में प्रदर्शित हुई 'बोल बच्चन' जैसी सफलतम फिल्मों में अभिनय किया है।