30 जुलाई 2012
मुंबई। इन दिनों रीमेक का दौर है। यह क्या बॉक्स ऑफिस पर सफलता का नया फॉर्मूला है या फिल्मकारों के पास कहानी का अभाव है, कहना मुश्किल है, लेकिन एक के बाद एक रीमेक बन रही है। इस कड़ी में नया नाम महेश भट्टी की फिल्म 'मंजिलें और भी है' का जुड़ने जा रहा है, जिसे उनकी ही बेटी पूजा भट्ट बनाने की योजना बना रही हैं।
महेश भट्ट की 1974 में आई फिल्म मंजिलें और भी है को टिकट खिड़की पर सफलता नहीं मिल पाई थी। आलोचकों ने भी फिल्म को खारिज कर दिया था। सेंसर बोर्ड ने कई कांट छांट के बाद मुश्किल से फिल्म को पास किया था और फिल्म काफी देर से प्रदर्शित हो पाई थी। लेकिन, ताजा दौर में पूजा भट्ट इसे उसी तरह बनाना चाहती हैं, जिस तरह पिता महेश भट्ट ने बनाई थी।
महेश भट्ट ने इस फिल्म में कबीर बेदी,गुलशन अरोड़ा और प्रेम नारायण जैसे कलाकारों के साथ बनाया था, लेकिन फिल्म बुरी तरह पिट गई थी। पूजा भट्ट अब इस फिल्म को बनाकर पिता को तोहफा देने के मूड में दिख रही हैं। पूजा कहती हैं, ये अपने समय से आगे की फिल्म थी। उस वक्त सेंसर ने फिल्म पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद पापा काफी अवसाद में चले गए थे। मैं इस फिल्म को बनाकर उन्हें खुशी देना चाहूंगी।
महेश भट्ट ने भी पूजा की इस योजना का स्वागत किया है।