31 जुलाई 2012
नई दिल्ली। अभिनेता से फिल्म निर्माता बने संजय सूरी का मानना है कि जिस तरह सेंसर बोर्ड ने सिनेमा एवं टीवी पर दिखाई जाने वाले कार्यक्रमों की विषयवस्तु पर कड़ा रवैया अपनाया है उससे आज के दौर में फिल्मकारों को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है।
संजय की फिल्म 'आई एम' का प्रसारण दूरदर्शन पर सिर्फ इसलिए नहीं हो सका क्योंकि फिल्म के पास यू प्रमाणपत्र नहीं था, लेकिन सेटलाइट चैनलों पर इस फिल्म का प्रसारण हुआ। संजय के मुताबिक सेंसर बोर्ड दर्शकों को उपेक्षित करने का प्रयास कर रहा है।
संजय ने 12वें ओसियंस-सिनेमैन फिल्म महोत्सव के दौरान कहा, "इस फिल्म के पास यू/ए प्रमाण पत्र था जिसका अर्थ है कि इसका प्रसारण सेटेलाइट चैनलों पर तो हो सकता है लेकिन दूरदर्शन पर नहीं। इसका अर्थ है कि दूरदर्शन के दर्शकों के मानसिकता यू/ए प्रमाण पत्र वाली फिल्मों को देखने के लिए विकसित नहीं हुई है। यह किस प्रकार की सोच है?"