6 अगस्त 2012
मुंबई। शाहरुख खान का जलवा भले बाकी सितारों से अलग हो लेकिन गोविंदा शाहरुख को स्टार नहीं मानते। गोविंदा की नज़रों में शाहरुख की हैसियत वह नहीं है, जिसके लिए किंग खान जाने जाते हैं।
90 के दशक में सुपरस्टार का रुतबा रखने वाले गोविंदा का मानना आज के जमाने में असल स्टार सलमान खान, अक्षय कुमार और अजय देवगन हैं। सबसे बड़े स्टार आमिर खान हैं। शाहरुख खान स्टार बनने की कोशिश कर रहे हैं। जितनी ईमानदार फैन बेस अक्षय, अजय और सलमान खान की है, वैसी किसी की नहीं।
गोविंदा के मुताबिक, शाहरुख और आमिर के प्रशंसक थोड़े ज्यादा बुद्धिजीवी हैं, जो समय और फिल्मों के साथ बदलते रहते हैं। उनका मानना है कि पुराने कलाकारों ने हीरोइज्म के जो प्रतिमान स्थापित किए, वैसा तो फिर कभी लौटा नहीं, अमिताभ बच्चन, दिलीप साहब या फिर राजेश खन्ना जैसे सितारों के प्रशंसकों की ईमानदारी अतुलनीय थी। मेरा मानना है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में स्टार कल्चर बना रहना चाहिए। इस लिहाज से मौजूदा दौर स्वर्णिम है। एक से दो फिल्में हिट होते ही कलाकार स्टार बन जाता है।
उदाहरण रितिक रौशन का है। कहो ना प्यार है ने ही उन्हें स्टार बना दिया था। हालांकि, समय के साथ उन्होंने खुद को सजाया-संवारा और खुद में बदलाव भी किए। इसका फल उन्हें मिला। इस टिप्पणी के साथ वे किंग खान को सलाह देने से भी नहीं चूके, उम्र के मुताबिक भूमिकाओं का चयन जरूरी है। शाहरुख और उनकी उम्र व कद के दूसरे कलाकारों को यह समझना होगा। मैंने भी अपने साथ ऐसा ही किया। लवर ब्वॉय की भूमिकाओं में वे अब अच्छे नहीं लगेंगे। इसलिए, ऐसी भूमिकाओं से उन्हें मोह त्यागना होगा। तभी वे किरदार से न्याय कर पाएंगे।