शाहरुख पर आरोप है कि उनके इस बर्ताव से बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ा है। साथ ही शाहरुख की यह हरकत बच्चों का दिमाग भ्रष्ट करने वाली थी।
शाहरुख के बर्ताव पर हैरानी जताते हुए इस नोटिस में कहा गया है कि उनकी इस हरकत के वक्त बड़ी संख्या में बच्चे वहां मौजूद थे। पूर्व आईपीएस अधिकारी और वकील वाई पी सिंह और मुंबई के सामाजिक कार्यकर्ता अमित मारू की शिकायत पर महाराष्ट्र के बाल अधिकार आयोग की ओर से नोटिस जारी किया गया है।
यह शिकायत 13 बाल अधिकार अधिनियम के संरक्षण के लिए आयोग, 2005 के खंड (1) (जे) के प्रावधानों के तहत की गई थी।
मामला ये था कि इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान शाहरुख खान वानखेडे स्टेडियम में सुरक्षाकर्मी से भिड़ गए थे। इसके बाद काफी वबाल भी हुआ था। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने बाद में शाहरुख पर पांच साल के लिए स्टेडियम में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इसके बाद शाहरुख ने मीडिया के सामने अपने बयान को लेकर अफसोस भी जारी किया था। लेकिन, साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि गार्ड ने उनके बच्चों के साथ बदसलूकी की थी, जिसकी वजह से वह अपना आपा खो बैठे थे।
शाहरुख ने यह भी आरोप लगाया था कि सुरक्षाकर्मी की ओर से उन पर आपत्तिजनक धार्मिक टिप्पणी की थी।