18 अगस्त 2012
नई दिल्ली। गायक जावेद अली का कहना है कि एक गायक में विविध प्रकार के गीत गाने की योग्यता होनी चाहिए। 'जश्न-ए-बहारा', 'टिंकू जिया' और 'इशकजादे' जैसे सफल गाने से अपनी प्रतिभा को साबित करने वाले जावेद का यह भी कहना है कि गायक को हमेशा नए चलन को अपनाना चाहिए।
जावेद ने कहा, "लोग कहते हैं कि आज का संगीत अच्छा नहीं होता, लेकिन यह सही नहीं है। अच्छे गाने और अच्छा संगीत बनाए जा रहे हैं। लेकिन कभी-कभी हमें नए चलन को अपनाने की जरूरत होती है।"
उनका कहना है कि अगर आईटम सांग चलन में हो तो उसे गाने से नहीं हिचकना चाहिए।
उन्होंने कहा, "यह निर्माता और निर्देशक की मांग होती है। संगीत निर्देशक को यह बनाना और गायकों को गाना पड़ता है। हम ना नहीं कह सकते लेकिन एक गायक में बहुमुखी प्रतिभा होनी चाहिए। मैं अपने गाने से यही करने की कोशिश करता हूं।"
32 वर्षीय इस गायक का मानना है कि हर दौर के गाने की अपनी खासियत होती है और एक-दूसरे से इसकी तुलना नहीं करनी चाहिए।