20 अगस्त 2012
मुम्बई। दिवंगत सिनेमैटोग्राफर अशोक मेहता को अपना गुरु , मार्गदर्शक और दार्शनिक मानने वाली फिल्म अभिनेत्री मनोषी कोईराला का कहना है कि वह उनके मार्गदर्शन की वजह से ही अच्छी फिल्में कर पाईं।
बतौर निर्देशक अशोक की पहली फिल्म मोक्ष में मुख्य किरदार निभाने वाली अभिनेत्री मनीषा ने कहा, "मैं यह नहीं बता सकती कि अशोकजी मेरे जीवन में क्या मायने रखते हैं। मैं जो कुछ हूं उनकी बदौलत हूं।"
मनीषा अपने करियर की हर अच्छी गतिविधि का श्रेय उन्हें देती हैं।
मनीषा ने कहा, "उन्होंने मेरी पहली फिल्म 'सौदागर' की सिनेमैटोग्राफी की थी और तब से वह मेरे मार्गदर्शक, गुरु और दार्शनिक थे। मैं यह क हूंगी कि उनका मेरे करियर में बड़ा योगदान है।"
मनीषा ने कहा कि वह फिल्म उद्योग के बारे में बेहद कम जानती थीं इसलिए जब मणीरत्नम ने उन्हें फिल्म 'बाम्बे' के लिए चेन्नई आकर ऑडिशन देने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया था लेकिन मेहता के कहने पर वह ये फिल्म करने को राजी हुइ।
42 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा, "मुझे लगा कि मैं क्यों ऑडिशन दूं? मैं क्यों जुड़वां बच्चे की मां का किरदार करूं? और मैं क्यों इतने कम पैसे के लिए काम करूं?"
"कई लोगों ने मुझे यह फिल्म न करने की सलाह दी। अशोक जी ने मेरे अंदर से यह बात निकाली। उन्होंने मुझे मणी की महानता के बारे में बताया और मैं चेन्नई के लिए रवाना हो गई। उन्होंने मुझे सिखाया, "बेटा, पैसा ही सबकुछ नहीं होता।" मैंने उनके मार्गदर्शन की वजह से अच्छी फिल्में कीं।"
फैंफड़े के कैंसर से पीड़ित अशोक का 15 अगस्त को निधन हो गया था।