23 अगस्त2012
नई दिल्ली। फिल्म 'पान सिंह तोमर' से सफलता अर्जित करने वाले फिल्म निर्माता तिग्मांशू धूलिया का मानना है कि फिल्मों का स्वतंत्र निर्माण समाज की प्रासंगिक समस्याओं से निपटने में मदद कर सकती है। दिल्ली में शुरू हुए 'अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव' के दौरान तिग्मांशू ने कहा, "मुझे लगता है कि इस देश में स्वतंत्र फिल्म निर्माण ही एक जरिया है। ऐसे कई मुद्दे हैं जिसे स्टूडियो में नहीं बल्कि स्वतंत्र निर्माण के जरिए सुलझाया जा सकता है।"
तिग्मांशू ने 'चरस', 'साहब बीवी', 'गैंगस्टर' और 'पान सिंह तोमर', जैसी अलग विधा की फिल्मों से बॉलीवुड में अपना स्थान बनाया है।
उन्होंने कहा, "यह वक्त भारतीय फिल्म उद्योग के लिए अच्छा है। सिनेमा अब बदल रहा है। यद्यपि इसमें 2000 के शुरुआत में बदलाव देखने को मिला, लेकिन 10-12 साल में यह काफी परिपक्व हुआ है। कई युवा फिल्म जगत में आ रहे हैं। यहां कई युवा तकनीशियन हैं जबकि शुरुआत में ऐसा नहीं था। यह आज चर्चित पेशा बन चुका है।"