24 अगस्त 2012
नई दिल्ली। बॉलीवुड में एक दशक से अधिक समय गुजार चुकी अभिनेत्री बिपाशा बसु का कहना है कि एक वक्त ऐसा आता है, जब सुपरस्टार की पहचान फिकी पड़ जाती है और उन्हें केवल उनके मरने पर याद किया जाता है।
बिपाशा ने कहा, "एक अभिनेता का जीवन बहुत उदास होता है। हमारे देश में बड़े से बड़े सुपरस्टार की पहचान एक वक्त के बाद फिकी पड़ जाती है और उन्हें केवल उनके मरने पर याद किया जाता है। लेकिन क्या किया जाए? यह बहुत दुख पहुंचाने वाला है, लेकिन यही होता है। सुपरस्टार के जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं होता।"
बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना इसका सही उदाहरण है। हम उन्हें लगभग एक दशक से भूले हुए थे, और उनकी टेलीविजन पर कभी-कभार छोटी सी खबर चलाई जाती थी। उनकी मौत से कुछ दिन पहले हमें पता लग रहा था कि वे कब अस्पताल गए और वहां से कब लौटे। निश्चित रूप से यह एक राष्ट्रव्यापी दुख था और यही वो बात है, जो बिपाशा कहना चाहती हैं।
33 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा, "जब आप एक बार सफलता पा लेते हैं, तब आप केवल काम करना चाहते हैं और अपनी पहचान नहीं खोना चाहते।" वह जल्द ही आने वाली फिल्म 'राज 3' में नजर आएंगी। विक्रम भट्ट निर्देशित यह फिल्म वर्ष 2009 में आई 'राज' का संस्करण है।
'राज 3' में इमरान हाशमी और ईशा गुप्ता भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।
बिपाशा की माने तो लोग एक कलाकार के जीवन के बारे में जानना चाहते हैं और यही कारण है कि 'द डर्टी पिक्च र', 'राज 3' और 'हीरोइन' जैसी फिल्में बनती हैं।
उन्होंने कहा, "अभिनय एक रहस्यमय लाइन है। एक सेलिब्रिटी होने के नाते लोग आपके निजी जीवन के बारे में जानना चाहते हैं-आप क्या हैं? क्या खाते हैं? कैसे रहते हैं? कहा जाते हैं?"
'राज 3' प्रसिद्धि और सफलता प्राप्त करने के लिए एक कलाकार के जीवन की संघर्ष की कहानी है।