11 सितम्बर 2012
मुम्बई। 'तेरे नैना' और 'मितवा' जैसे गीतों में अपनी जादुई आवाज का कमाल दिखा चुके पाकिस्तानी गायक शफकत अमानत अली कहते हैं कि भारत और पाकिस्तान का रिश्ता सभी विवादों से ऊपर है। शफकत मानते हैं कि बॉलीवुड में दुनियाभर के गायकों के लिए जगह है।
शफकत ने कहा, "यह एक बहुत बड़ा बाजार है और मुझे लगता है कि बॉलीवुड बहुत विकास कर रहा है। यहां न केवल पाकिस्तान बल्कि दुनियाभर के गायकों के लिए जगह है।"
उन्होंने कहा, "यहां पाकिस्तानी गायकों के साथ भाषा की रुकावट नहीं है, इसलिए उनके लिए यहां ज्यादा सम्भावनाएं हैं। वैसे बाजार केवल तभी विकास करेगा जब हम पाइरेसी को पूरी तरह से रोक सकें। हम सभी एक ही नाव पर सवार हैं।"
शफकत ने कहा कि बीते सालों के दौरान भारत व पाकिस्तान के बीच रिश्ता मजबूत हुआ है, जो सभी विवादों व राजनीति से ऊपर है।
उन्होंने कहा, "लोगों के बीच सम्पर्क बढ़ाने और दूरियों को पाटने में संस्कृति हमेशा से एक अच्छा जरिया रही है। अब हम देख रहे हैं कि बहुत से भारतीय कलाकार भी पाकिस्तान में प्रस्तुति दे रहे हैं और हम भी भारत में इसीलिए हैं। मैं इस पर गर्व महसूस करता हूं।"
प्रख्यात पाकिस्तानी गायक उस्ताद अमानत अली खान के बेटे शफकत ने भारत में प्रस्तुतियां देना तब शुरू किया जब शंकर-एहसान-लॉय ने उनके गीत सुने और उन्हें करन जौहर की 'कभी अलविदा ना कहना' में 'मितवा' गीत गाने का मौका दिया।
अब 47 वर्षीय शफकत बॉलीवुड का जाना-पहचाना नाम हो गए हैं। उन्होंने 'डोर' में 'ये हौंसला', 'माई नेम इज खान' में 'तेरे नैना' और 'जन्नत 2' में 'तू ही मेरा' जैसे गीत गाए हैं।